वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से NPS वात्सल्य योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत माता-पिता अपने बच्चों के लिए एक पेंशन खाता खोल सकते हैं, जिसमें निवेश करके वे लंबी अवधि में बचत कर सकेंगे।
इस योजना का लाभ लेने के लिए माता-पिता ऑनलाइन, बैंक या डाकघर के माध्यम से सदस्यता ले सकते हैं। वात्सल्य खाता खोलने के लिए न्यूनतम ₹1,000 का योगदान जरूरी होगा, और इसके बाद हर साल कम से कम ₹1,000 का निवेश करना होगा।
सरकार फिलहाल इस योजना से जुड़े निकासी के नियमों को अंतिम रूप दे रही है, ताकि अभिभावक समय-समय पर अपनी बचत का लाभ उठा सकें और बच्चों के भविष्य को बेहतर तरीके से सुरक्षित कर सकें।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में एनपीएस वात्सल्य योजना की शुरुआत की है, जो माता-पिता को अपने बच्चों के भविष्य के लिए व्यवस्थित बचत का अवसर प्रदान करती है। इस योजना के तहत माता-पिता राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) के अंतर्गत बच्चों के लिए खाता खोल सकते हैं और इस खाते में निवेश कर उनके भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं।
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Toggleयोजना की मुख्य विशेषताएं:
माता-पिता ऑनलाइन, बैंक, या डाकघर के माध्यम से एनपीएस वात्सल्य योजना की सदस्यता ले सकते हैं।
इस योजना में खाता खोलने के लिए न्यूनतम ₹1,000 का योगदान आवश्यक है। इसके बाद खाता धारकों को हर साल ₹1,000 का न्यूनतम निवेश करना होगा। यह सुनिश्चित करता है कि माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य के लिए नियमित रूप से बचत कर सकें।
योजना की संरचना:
एनपीएस वात्सल्य योजना के तहत, 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के नाम पर खाता खोला जा सकता है। जैसे ही बच्चा 18 साल की आयु पूरी करेगा, यह खाता स्वतः ही एक सामान्य एनपीएस खाते में परिवर्तित हो जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होता है कि लंबे समय तक बचत जारी रहे और बच्चे को एक संगठित पेंशन योजना का लाभ मिले।
हालांकि, पेंशन केवल 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद ही खाते से निकाली जा सकेगी। इससे पहले खाता धारक को पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा, जिससे दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।
एनपीएस के प्रतिस्पर्धी रिटर्न:
योजना शुरू करते हुए, वित्त मंत्री सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने एनपीएस की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसने निवेशकों को बेहद प्रतिस्पर्धी रिटर्न प्रदान किए हैं। उन्होंने बताया कि एनपीएस ने लोगों को एक ऐसा विकल्प प्रदान किया है, जिससे वे अपने भविष्य के लिए बेहतर योजना बना सकते हैं।
एनपीएस ने विभिन्न क्षेत्रों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। उदाहरण के तौर पर,
- इक्विटी (शेयर बाजार) में इसने 14% का रिटर्न दिया है।
- कॉरपोरेट ऋण (कंपनी बॉन्ड) में 9.1% का रिटर्न मिला है।
- सरकारी सिक्योरिटीज़ में भी 8.8% का रिटर्न देखने को मिला है।
यह योजना एनपीएस के इस मजबूत प्रदर्शन का फायदा उठाकर बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने का अवसर प्रदान करती है।
एनपीएस वात्सल्य का विस्तार:
एनपीएस वात्सल्य योजना, पहले से चल रही एनपीएस योजना का ही एक विस्तार है, जिसे खासतौर से बच्चों के लिए तैयार किया गया है। पिछले 10 वर्षों में, एनपीएस ने 1.86 करोड़ ग्राहक बनाए हैं और इसके अंतर्गत ₹13 लाख करोड़ की परिसंपत्तियों का प्रबंधन किया जा रहा है। यह योजना एनपीएस के इस सफल ट्रैक रिकॉर्ड को आगे बढ़ाने का एक और कदम है, जिससे माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य के लिए योजनाबद्ध तरीके से निवेश कर सकें।
वित्तीय भागीदारी:
एनपीएस वात्सल्य की घोषणा वित्त वर्ष 2025 के बजट में की गई थी और अब इसे औपचारिक रूप से लॉन्च कर दिया गया है। योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए कई प्रमुख बैंकों ने पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) के साथ भागीदारी की है।
आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, और अन्य प्रमुख ऋणदाता भी इस योजना का हिस्सा बने हैं। आईसीआईसीआई बैंक ने अपने मुंबई सेवा केंद्र पर एनपीएस वात्सल्य योजना के तहत कुछ बच्चों के खाते पंजीकृत कर योजना की शुरुआत की है।
वित्तीय सेवा सचिव नागराजू मदिराला ने भी योजना की शुरुआत पर महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। उन्होंने कहा कि सरकार ग्राहकों की प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए योजना में आवश्यक सुधार करेगी। उनके अनुसार, योजना के लॉन्च के बाद से कई सुझाव और प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई हैं, और सरकार इस पर ध्यान देकर इसे और बेहतर बनाने की कोशिश करेगी।
मदिराला ने यह भी कहा कि जैसे-जैसे योजना आगे बढ़ेगी, उसमें लगातार सुधार किए जाएंगे ताकि योजना से जुड़ी किसी भी चिंता का समाधान किया जा सके और लोगों के लिए यह अधिक उपयोगी और सुरक्षित बन सके।